RBI monetary policy repo rate पर इस बार सबकी नजरें टिकी हुई थीं क्योंकि महंगाई और विकास दोनों ही सरकार और आम लोगों के लिए अहम मुद्दा बने हुए हैं। रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए यह साफ किया कि मौजूदा हालात को देखते हुए ब्याज दरों में स्थिरता बनाए रखना ही सही कदम है। रेपो रेट को लेकर लिया गया यह फैसला सीधे तौर पर लोगों की जेब और बैंकों की लोन पॉलिसी पर असर डालने वाला है।
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंक आरबीआई से कर्ज लेते हैं और इस दर में बदलाव से सीधे तौर पर होम लोन कार लोन और पर्सनल लोन की EMI बदलती है। जब रेपो रेट बढ़ता है तो लोन महंगे हो जाते हैं और जब रेपो रेट घटता है तो EMI में राहत मिलती है। यही वजह है कि हर बार जब RBI monetary policy repo rate का ऐलान होता है तो आम जनता और निवेशक दोनों ही इसकी तरफ ध्यान से देखते हैं।
रेपो रेट स्थिर रहने से क्या होगा असर
RBI ने मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि लोगों की EMI में कोई अतिरिक्त बोझ नहीं बढ़ेगा। फिलहाल महंगाई को काबू में रखने और विकास को संतुलित बनाए रखने के लिए यह कदम बेहद जरूरी माना जा रहा है। आने वाले महीनों में इसका असर रियल एस्टेट सेक्टर ऑटो सेक्टर और उपभोक्ता खर्च पर साफ दिख सकता है।
बैंकों के लिए भी यह फैसला राहत भरा है क्योंकि इससे उनके लिए फंडिंग लागत में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। निवेशक भी स्थिरता को सकारात्मक मानते हैं क्योंकि इससे बाजार में भरोसा बढ़ता है। अगर अगले महीनों में महंगाई घटती है तो RBI भविष्य में रेपो रेट घटाने का भी कदम उठा सकता है जिससे आम लोगों को और राहत मिलेगी।
आने वाले समय की उम्मीदें
RBI monetary policy repo rate से जुड़े फैसले का असर सिर्फ आज पर ही नहीं बल्कि आने वाले समय पर भी पड़ता है। अगर महंगाई में गिरावट आती है और अर्थव्यवस्था में स्थिरता बनी रहती है तो अगले साल लोन सस्ते होने की संभावना है। यह रियल एस्टेट और निवेश के लिए भी सकारात्मक संकेत होगा।
वहीं अगर महंगाई फिर से बढ़ती है तो RBI को रेपो रेट में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। ऐसे में EMI और महंगी हो जाएगी और आम आदमी की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। इसलिए आगे आने वाले महीनों में आर्थिक आंकड़े और महंगाई का स्तर यह तय करेंगे कि RBI को अगली बार क्या कदम उठाना होगा।
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के लिए है। यह किसी प्रकार की निवेश सलाह या वित्तीय सुझाव नहीं है। किसी भी निवेश या लोन से जुड़ा फैसला लेने से पहले वित्तीय विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।