भावनगर: Bhavnagar ST Division में परिवहन विभाग द्वारा बड़ी प्रशासनिक हलचल देखने को मिली है। विभाग के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भावनगर और बोटाद जिले को कवर करने वाले भावनगर एसटी डिवीजन के 65 अनुभवी कंडक्टरों को अन्य जिलों में स्थानांतरित किया गया है।
यह ट्रांसफर प्रक्रिया हाल ही में पूरी की गई भर्ती और पदस्थापना के बाद सामने आई है। नई नियुक्तियों के तहत भावनगर एसटी डिवीजन को कुल 142 नए कंडक्टर आवंटित किए गए थे, जिससे विभाग के संचालन में नई ऊर्जा आने की उम्मीद जताई जा रही है।
Bhavnagar ST Division में स्थानांतरण से सेवा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद
लंबे समय से यह मांग उठ रही थी कि पुराने कंडक्टरों को उनके मूल जिलों में वापस भेजा जाए। अब इस दिशा में ठोस कार्रवाई करते हुए Bhavnagar ST Division के डिविजनल डायरेक्टर द्वारा 65 कंडक्टरों के तबादले की अधिसूचना जारी की गई है। इन कर्मचारियों को उनके गृह जिलों में स्थानांतरित किया गया है, जिससे उन्हें अपने परिवार के साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा।
इसके साथ ही, अन्य जिलों से कुल 39 कंडक्टरों को Bhavnagar ST Division में स्थानांतरित किया गया है, जिससे यहां की स्टाफिंग जरूरतों को पूरा किया जा सके। इससे पहले भी ड्राइवरों की कमी को दूर करने के लिए इसी तरह की पहल की गई थी, और अब कंडक्टरों के माध्यम से सेवाओं को और अधिक सुचारु बनाने की दिशा में कदम उठाया गया है।
नए रूट्स की शुरुआत के लिए मिलेंगी नई बसें
सूत्रों के अनुसार, जुलाई माह के भीतर Bhavnagar ST Division को कुल 7 नई एसटी बसें आवंटित की जाएंगी। इन बसों की मदद से डिवीजन नए रूट्स शुरू करने की तैयारी कर रहा है, जिससे स्थानीय यात्रियों को और अधिक सुविधा मिलेगी। विशेष रूप से ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों को कनेक्टिविटी मिल सकेगी, जिसका सीधा लाभ यात्रियों को होगा।
इस निर्णय से न केवल विभागीय कार्यक्षमता में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्रीय परिवहन को भी मजबूती मिलेगी। भावनगर और बोटाद जिलों के यात्रियों के लिए यह खबर राहत लेकर आई है क्योंकि अब उन्हें बेहतर सेवा और अधिक रूट विकल्प मिल सकेंगे।
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निष्कर्ष:
Bhavnagar ST Division में चल रहे इन परिवर्तनों से यह साफ है कि गुजरात राज्य परिवहन निगम सेवा की गुणवत्ता को सुधारने और कर्मचारियों की संतुष्टि दोनों को प्राथमिकता दे रहा है। कंडक्टरों के ट्रांसफर और नई बसों की आवंटन नीति से क्षेत्रीय यातायात को नई दिशा मिलेगी।