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World Tribal Day: डांग जिले में होगा सांस्कृतिक गौरव का भव्य उत्सव

🗓️ Published on: August 1, 2025 4:11 pm
World Tribal Day

World Tribal Day यानि विश्व आदिवासी दिवस को लेकर देशभर में तैयारियाँ जोरों पर हैं। गुजरात के डांग जिले में यह दिन विशेष रूप से सांस्कृतिक गरिमा और आदिवासी पहचान के सम्मान का प्रतीक बनकर मनाया जाएगा। डांग जिले के मुख्यालय आहवा स्थित डांग दरबार सांस्कृतिक भवन में 9 अगस्त को इस अवसर पर एक भव्य आयोजन रखा गया है। इस आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया।

आहवा में सांस्कृतिक शोभायात्रा से होगी शुरुआत

इस वर्ष World Tribal Day की शुरुआत 9 अगस्त की सुबह 8:45 बजे गांधी पार्क, आहवा से एक भव्य रैली के साथ होगी। यह रैली पारंपरिक आदिवासी वाद्य यंत्रों, नृत्यों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सजी होगी। रैली का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समुदाय की सांस्कृतिक पहचान और गौरव को प्रदर्शित करना है।

रैली में डांग जिले के मुख्य अतिथि, प्रशासनिक अधिकारी, कलेक्टर, पदाधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन भाग लेंगे। यह शोभायात्रा कार्यक्रम स्थल डांग दरबार भवन तक पहुंचेगी और वहीं पर मुख्य समारोह का आयोजन होगा।

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कार्यक्रम की तैयारी के लिए हुई बैठक

डांग जिले के परियोजना प्रशासक आनंद पाटिल की अध्यक्षता में हुई बैठक में World Tribal Day के सफल आयोजन की व्यापक योजना बनाई गई। बैठक में प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर गहन चर्चा हुई, जिसमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार किया गया:

प्रमुख व्यवस्थाएँविवरण
पेयजल आपूर्तिस्थल पर शुद्ध और पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था
विद्युत व्यवस्थापूरे परिसर में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना
वीडियोग्राफी/फोटोग्राफीपूरे कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग और डॉक्यूमेंटेशन
ध्वनि प्रणालीउच्च गुणवत्ता की साउंड व्यवस्था
LED स्क्रीनराज्य स्तरीय कार्यक्रमों के सीधे प्रसारण हेतु
स्वास्थ्य सेवाएँआपातकालीन चिकित्सा सुविधा एवं एंबुलेंस
पुलिस व्यवस्थाकानून-व्यवस्था की निगरानी और भीड़ नियंत्रण

इन तैयारियों से साफ है कि प्रशासन इस बार World Tribal Day को स्मरणीय और सुव्यवस्थित बनाना चाहता है।

आदिवासी संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण डांग जिले की समृद्ध आदिवासी संस्कृति का प्रदर्शन होगा। इसके अंतर्गत:

  • पारंपरिक नृत्य और गीत प्रस्तुतियाँ
  • आदिवासी वेशभूषा और हस्तशिल्प प्रदर्शनी
  • स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम
  • पारंपरिक आदिवासी वाद्य यंत्रों का लाइव प्रदर्शन

इन प्रस्तुतियों के माध्यम से आदिवासी समाज की सांस्कृतिक जड़ें और उनकी परंपराएँ सबके सामने रखी जाएँगी।

योजनाओं के लाभार्थियों को मिलेगा मंच से लाभ

World Tribal Day के अवसर पर सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भी कार्यक्रम स्थल से सीधे लाभ वितरित किए जाएँगे। इससे लोगों को सरकारी योजनाओं की पहुँच और पारदर्शिता का अनुभव होगा। साथ ही, उपस्थित अतिथियों और ग्रामीणों के लिए भोजन और अल्पाहार की भी समुचित व्यवस्था की गई है।

विशेष क्षेत्रों में योगदान देने वालों को किया जाएगा सम्मानित

कार्यक्रम में उन लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष उपलब्धियाँ हासिल की हैं। इनमें शामिल हैं:

  • शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी
  • खेल जगत में डांग जिले का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी
  • सामाजिक सेवा में योगदान देने वाले कार्यकर्ता
  • प्रगतिशील किसान और कृषि क्षेत्र में नवाचार लाने वाले व्यक्ति
  • आदिवासी कलाकार जिनकी कला ने समुदाय को गौरव दिलाया

यह सम्मान आदिवासी समाज के अंदर नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार करेगा।

वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी

इस आयोजन की तैयारी बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:

  • एस.डी. ताबियार – जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के महानिदेशक
  • काजल आंबलिया – प्रांतीय अधिकारी
  • केतन कुकणा – अधिशासी अभियंता
  • एस.जी. पाटिल – पुलिस उपाधीक्षक
  • हीरल पटेल – उप जिला विकास अधिकारी

इनकी मौजूदगी से साफ है कि यह कार्यक्रम प्रशासन के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि स्थानीय लोगों के लिए।

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निष्कर्ष

World Tribal Day केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि आदिवासी समाज के गौरव, परंपरा, संघर्ष और योगदान को पहचान देने का दिन है। डांग जिले का यह आयोजन न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राज्य स्तर पर भी एक मॉडल कार्यक्रम के रूप में देखा जा सकता है।

यह दिन हमें याद दिलाता है कि भारत की विविधता की असली आत्मा उसके आदिवासी समाज में बसती है। उनकी सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक जीवनशैली और परंपराएँ हमें प्रकृति और मानवीय मूल्यों से जोड़ती हैं। इसलिए, विश्व आदिवासी दिवस का यह आयोजन एक सम्मान का प्रतीक है—उनके अस्तित्व, उनके योगदान और उनकी संस्कृति के लिए।

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